क्या बैक्टीरिया भी हार्ट अटैक की वजह बन सकते हैं? आइए आसान भाषा में समझते हैं।
हार्ट अटैक क्या होता है?
जब दिल तक खून की सप्लाई रुक जाती है, तो उसे हार्ट अटैक कहते हैं। आमतौर पर यह तब होता है जब धमनियों में फैट जमा हो जाता है और वहां प्लाक बनता है। अगर वह प्लाक फट जाता है तो ब्लड क्लॉट बनता है, जिससे खून का बहाव रुक जाता है और दिल की मांसपेशियां मरने लगती हैं।
अब तक इसे खराब खानपान, धूम्रपान, कम व्यायाम, तनाव, हाई ब्लड प्रेशर और शुगर से जोड़ा जाता था।
बैक्टीरिया और हार्ट अटैक का संबंध
हाल की रिसर्च बताती है कि कुछ बैक्टीरिया भी दिल की बीमारी में भूमिका निभा सकते हैं।
उदाहरण के लिए, एक खास बैक्टीरिया जो सांस की बीमारी करता है, वह दिल की धमनियों में जमा पाया गया है।
यह बैक्टीरिया शरीर में जाकर लंबे समय तक सूजन (इंफ्लेमेशन) पैदा करता है। यह सूजन धमनियों की दीवारों को कमजोर कर सकती है, जिससे प्लाक फटने का खतरा बढ़ता है। इस तरह, एक सामान्य संक्रमण भी धीरे-धीरे हार्ट अटैक की वजह बन सकता है।
क्या हार्ट अटैक “संक्रामक” हो सकता है?
हार्ट अटैक सीधे तौर पर संक्रामक नहीं होता, यानी किसी को छूने से यह नहीं फैलता। लेकिन कुछ बैक्टीरिया जो लोगों के बीच फैलते हैं, वे दिल को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अगर कोई ऐसा संक्रमण आपको हो जाता है, तो वह शरीर में रहकर धीरे-धीरे दिल की बीमारियों की संभावना को बढ़ा सकता है।
इसलिए, ये कहा जा सकता है कि हार्ट अटैक फैलता नहीं है, लेकिन कुछ संक्रमण जो फैल सकते हैं, वे भविष्य में हार्ट अटैक का कारण बन सकते हैं।
इस रिसर्च का क्या मतलब है?
अगर बैक्टीरिया वास्तव में हार्ट अटैक की एक वजह हैं, तो इलाज और बचाव के तरीके बदल सकते हैं। भविष्य में ऐसा हो सकता है कि डॉक्टर हार्ट अटैक से बचाव के लिए कुछ खास एंटीबायोटिक दवाएं या वैक्सीन भी सुझाएं।
फिलहाल इस दिशा में कई स्टडीज़ चल रही हैं, लेकिन अभी कोई ठोस नतीजा नहीं आया है। इसलिए फिलहाल पारंपरिक उपायों को अपनाना सबसे सही है।
हार्ट अटैक से बचने के आसान उपाय
- ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाएं।
- रोज़ाना थोड़ी देर व्यायाम करें।
- मुंह और दांतों की सफाई का ध्यान रखें।
- ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें।
- धूम्रपान और शराब से बचें।
निष्कर्ष
हालांकि यह रिसर्च अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन यह सोचने पर मजबूर करती है कि दिल की बीमारी का कारण सिर्फ हमारी आदतें ही नहीं, बल्कि कुछ बैक्टीरिया भी हो सकते हैं।
भविष्य में अगर यह बात पूरी तरह साबित होती है, तो यह दिल की बीमारियों की रोकथाम और इलाज में नई दिशा दे सकती है।
किसी भी बड़े आहार, जीवनशैली या दवा से जुड़े परिवर्तन से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श करें।
वे आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति और मेडिकल हिस्ट्री के अनुसार व्यक्तिगत सलाह प्रदान कर सकते हैं।
नोट – यदि आपको कोई स्वास्थ्य संबंधी चिंता है, तो कृपया हमें +91-9058577992 पर संपर्क करें और हमारे अनुभवी डॉक्टरों से मुफ्त परामर्श प्राप्त करें। धन्यवाद।